सुबोध कुमार "सुधाकर" जी की रचना मुझको कोई बुला रहा है।
सुबोध कुमार "सुधाकर" |
हे प्रिय! विश्वास कर लो।
(खोल तरी पतवार)
जो हुवा सब भूल जाओ, प्यार की बातें सुनाओ,
भूल यह मुझसे हुई है, लो, इसे स्वीकार कर लो।
हे प्रिय! विश्वास कर लो।
यह न कोई छल समझ तुम विवस जीवन-पल समझ तुम,
यह न कोई हार तेरी, जीत यह स्वीकार कर लो ।
हे प्रिय! विश्वास कर लो।
अब न कोई शपथ खाओ, व्यर्थ आसू मत बहाओ,
शेष जीवन के लिए तुम, फिर नया श्रृंगार कर लो।
हे प्रिय! विश्वास कर लो।
....................
मुझको कोई बुला रहा है।
(बीन के तार)
रश्मि-करों से जगा कर,
मधुर कंठ से भुला रहा है।
मुझको कोई बुला रहा है।।
वीणा रह-रह बजती मन की,
मधुर पिपासा प्रेम-मिलन की,
विटप-डाल पर बैठ विहंगम
जड़ चेतन को सुला रहा है।
मुझको कोई बुला रहा है।।
चमचम चमके नभ में चंदा,
छम-छम छमके भू पर क्षणदा,
आज सुधाकर मुक्त करों से
सुधा सृष्टि को पिला रहा है।
मुझको कोई बुला रहा है।।
आँखमिचौली अली-कली की,
मधुमय बेला चला-चंली,
गान विरह का, मन प्रिया का
इस क्षण मुझको रूला रहा है।
मुझको कोई बुला रहा है।।
...............
इस ब्लॉग की रचनाये स्वयं लेखकों के द्वारा दी गई है तथा इन रचनाओं का स्वताधिकार उनके पास हैं। धन्यवाद।
कविवर का परिचय
नाम- सुबोध कुमार "सुधाकर"
शिक्षा- एम. ए. (हिंदी), डिप. इन. एड. , बी. एल. , साहित्य रत्न
जन्म-तिथि- 30/12/1943
जन्म स्थान- मचहा कुशहा, त्रिवेणीगंज, जिला- सुपौल (बिहार)
पत्नी का नाम- श्रीमती प्रभा कुमारी
पिता का नाम- स्व. नकछेदी यादव
माता का नाम- स्व. चंचल देवी
शिक्षा विभाग से लगभग 40 वर्षों का जुड़ाव
प्रकाशित कृतियाँ -
'बीन के तार' (1967, विरह-मिलन के 41 गीतों का संग्रह)
'खोल तरी पतवार' (2001, विरह-मिलन के गीतों का संग्रह)
'गीत प्रेम के' (2002, विभिन्न कवियों की कविताओं का संकलन)
चल नदिया के पार (2009, प्रेम गीतों का संग्रह)
साठ के दशकों से ही विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं में 'शान्ति संदेश', पाक्षिक, भागलपुर, ' युवक' मासिक, आगरा, ' शुक्रिया' मासिक, चंडीगढ़ तथा 'नागफनी' मासिक, कोलकाता में रचनाएं प्रकाशित।
60 के दशक में 'रश्मि' त्रिवेणीगंज के प्रबंध संपादक तथा वर्ष 1978 में 'क्षणादा' मासिक, त्रिवेणीगंज में संपादक के रूप में कार्यरत साथ ही 'क्षणदा' त्रैमासिक का संपादन।
संपर्क - +9194306 33647
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सुबोध कुमार "सुधाकर" जी की पुस्तकें
'बीन के तार' (1967) (विरह-मिलन) के 41 गीतों का संग्रह) सुबोध कुमार "सुधाकर" |
'खोल तरी पतवार' (2001) (विरह-मिलन के गीतों का संग्रह) सुबोध कुमार "सुधाकर" |
जलद घिरे आकाश (दोहा संग्रह) सुबोध कुमार "सुधाकर" |
चल, नदिया के पार (काव्य संग्रह) सुबोध कुमार "सुधाकर" |
प्रेम और सौंदर्य के कवि कविवर सुधाकर संपादक अनीता पंडित युगल किशोर प्रसाद |
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